जिंदगी एक रंगमंच है,
हर किरदार का अपना अंश है.
कयी अपने छोड जाते है,
कयी नये मुस्कुरा देते है.
छोड गये वो सिखा देते है,
रेह गये वो साथ देते है.
सीख गये तोह जीत गये,
ये ना सोचो, क्यू छोड गये.
साथ दिये उन्हे सहजके रखे ,
सर आखों पर बिठाके रखे.
छोड गये वो खुश रहे,
उनपर भी हमे नाझ रहे.
जब ताक सांसे है, हमे जिना है,
घुंट गम के हो या ख़ुशी के, हस्ते पिना है.
उमीद करोगे तोह पचताओगे,
मन खुला रखोगे तोह पाओगे.
पाना खोना जारी रहेगा,
हिम्मत खोना भारी पडेगा.
हर सुबह सुनेहरी किरण की तरह,
जिंदगी जियो किचड में नीरज की तरह.
By
Sarala Bhagat,
Dombivli, India
हर किरदार का अपना अंश है.
कयी अपने छोड जाते है,
कयी नये मुस्कुरा देते है.
छोड गये वो सिखा देते है,
रेह गये वो साथ देते है.
सीख गये तोह जीत गये,
ये ना सोचो, क्यू छोड गये.
साथ दिये उन्हे सहजके रखे ,
सर आखों पर बिठाके रखे.
छोड गये वो खुश रहे,
उनपर भी हमे नाझ रहे.
जब ताक सांसे है, हमे जिना है,
घुंट गम के हो या ख़ुशी के, हस्ते पिना है.
उमीद करोगे तोह पचताओगे,
मन खुला रखोगे तोह पाओगे.
पाना खोना जारी रहेगा,
हिम्मत खोना भारी पडेगा.
हर सुबह सुनेहरी किरण की तरह,
जिंदगी जियो किचड में नीरज की तरह.
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Sarala Bhagat,
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