वेताल ने विक्रम से कहा, "अपनी चतुराई और सूझबूझ से तुमने मेरे सारे सवालों के सही उत्तर दिये! इसीलिये मैं तुमसे प्रसन्न हूँ और तुम्हारे मस्तिष्क के चीथडे नही करुंगा, पर तुमने अपना मौन छोडा, तू बोला, और लो, मैं चला!!!
कहानी में ट्विस्ट...
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इसरो ने विक्रम से कहा, "चांद्रयान 2 मोहीमकी सारी कसौटीयां पार करते करते तुम चाँद पर उतरे, इसलिये हम और सारे भारतवासी तुमसे बहुत प्रसन्न है! माना की, चंद्र-स्पर्श के समय तुम लडखडा गये, और मायूस होकर हमसे चुप्पी साधकर बैठे हो, जबतक तुम हमसे नही बोलोगे, हम कही नही जानेवाले, कह देते है!!!
By
Akanksha Phadke
Andheri, India
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